वेतन वृद्धि को लेकर शासन स्तर पर चल रही है कार्यवाही
उत्तराखंड राज्य के दुर्गम अति दुर्गम राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2001 से शिक्षण कार्य करा रहे शिक्षा मित्रों को राज्य सरकार उत्तराखण्ड द्वारा संशोधित शिक्षक सेवा नियमावली (प्राथमिक) 2014 की शैक्षिक व प्रशिक्षित अर्हता पूर्ण करने वाले 3660 शिक्षा मित्रों का वर्ष 2015 मे समायोजन सहायक अध्यापक प्राथमिक के पद पर किया गया।
उक्त समायोजित शिक्षकों द्वारा टेट वन परीक्ष पास न होने के कारण उक्त नियुक्ति औपबंधिक दी गई। वर्ष 2015 से निरंतर उक्त शिक्षक टेट वन परीक्षा उत्तीर्ण करते आ रहें हैं। परन्तु वेतन वृद्धि नही दिया जा रहा हैं। उक्त प्रकरण को कई बार उत्तराखण्ड सरकार के संज्ञान मे लाया गया परन्तु कोई हल नहीं निकला।तब उक्त शिक्षक माननीय उच्च न्यायालय नैनिताल की शरण गए जिस हेतु वर्ष 2017 मे सूर्य सिंह बनाम राज्य सरकार उत्तराखण्ड याचिका संख्या 54/2017 के निर्णय पर उक्त समायोजित शिक्षकों की सेवा से औपबंधिक शब्द तो हटा दिया गया परन्तु टेट वन परीक्षा उत्तीर्ण करने के वावजूद नियुक्ति तिथि (वर्ष-2015) से वेतन वृद्धि लाभ नहीं दिया गया। जिस हेतु बार बार शाशन प्रशासन से पुन: वार्ता की गई परन्तु कुछ नहीं मिला। इस प्रकार के अन्याय का समाधान हेतु पुन: वर्ष 2019 में माननीय न्यायालय की शरण में गए जहॉ पर सूर्य सिंह बनाम राज्य सरकार उत्तराखण्ड याचिका संख्या 1777/2019 दाखिल की गई। इसके निर्णय पर कहा गया है कि याचिका कर्ता निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा को उक्त टेट वन परीक्षा उत्तीर्ण अर्हता धारी शिक्षकों का प्रत्यावेदन दें और नियमानुसार वेतन वृद्धि का लाभ लें।
जिस हेतु निदेशालय मे प्रत्यावेदन दिया गया है प्रत्यावेदन के आधार पर शासन व निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के द्वारा ऐसे शिक्षकों को वेतन वृद्धि दिए जाने का भरोसा दिलवाया गया है निर्देशक प्रारंभिक शिक्षा के द्वारा सभी जनपदों को आदेशित किया गया कि ऐसे शिक्षकों की संख्या उपलब्ध करवाई जाए । सभी जनपदों से सूचनाएं निदेशालय में एकत्रित कर दी गई है और सकारात्मक कार्य प्रगति पर है उक्त शिक्षकों को उम्मीद है कि सभी को नियमानुसार वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। उत्तराखंड टीईटी उत्तीर्ण शिक्षक संगठन के शिक्षक नेता सूर्य सिंह पंवार ने कहा कि न्यायालय के निर्णय के आधार पर हमको अवश्य वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा तथा इनके द्वारा 15 जनवरी 2025 को गूगल मीट बैठक के माध्यम से प्रदेश के शिक्षकों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि फरवरी के प्रथम सप्ताह में देहरादून में प्रांतीय स्तर की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें आगामी रणनीति पर चर्चा की जाएगी बैठक में गिरीश चन्द्र पाठक, संगठन प्रदेश महामंत्री उत्तराखण्ड, रमेश कुमार, संगठन प्रदेश कोषाध्यक्ष आदि शिक्षक उपस्थित रहे ।