देहरादून ब्यूरो-✍️जितेन्द्र गौड़
आज दिनांक 6/8/2025 को नुणाई मेला खत बौन्दूर के मानथात लाखामंडल में आयोजित हुवा…
ये मेला पारंपरिक व पौराणिक मेला है, जो जौनसार बावर क्षेत्र में आता है। यह मेला मुख्य रूप से भेड़ पालकों के स्वागत में मनाया जाता है, जब वे डांडों से सकुशल अपने घर वापस लौटते हैं उसी परिपेक्ष्य में नुणाई मेला जौनसारी जनजाति की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करती है। यह मेला अगस्त के महीने में आयोजित किया जाता है और इसमें क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोग भाग लेते हैं।
बचना शर्मा का कहना है कि जौनसारी जनजाति उत्तराखण्ड का दूसरा सबसे बड़ा जनजातीय समुदाय है, जौनसारी लोग अपने आप को पांडवों के वंशज मानते हैं और उनकी अपनी विशिष्ट संस्कृति और परंपराएं हैं। नुणाई मेला जौनसारी जनजाति की पारंपरिक संस्कृति और एकता का प्रतीक है। इस मेले में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ और पारंपरिक रीतिरिवाजों के आयोजन होते हैं, जो जौनसारी जनजाति की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हैं।इस मेले में 24 गांव बौदूर खत के स्याणे व दूरदराज से लोग इस मेले में आते है, मेले में मोजूद रहे खत बौन्दूर के स्याणा गुडू पंवार व पूर्व मंडल अध्यक्ष बचना शर्मा लाखामंडल,सामाजिक कार्यकर्ता सरीता पंवार स्याम दत्त जोशी ओम प्रकाश पूर्व मिडिया प्रभारी युवा मोर्चा, प्यारे राम नौटियाल भटाड, पूर्व सदस्य क्षेत्र पंचायत सौरभ राणा आदि मौजूद रहे।